ग़ाज़ियाबाद: बिग IVF- सीड सही तो बर्थ डिफेक्ट नहीं' सीड्स ऑफ इनोसेंस द्वारा डिजाइन किया गया एक व्यापक फर्टिलिटी प्रोग्राम है। इस प्रोग्राम के तहत एक्सपर्ट की देखरेख में बांझपन इलाज़ के लिए एक मल्टी-डिसिप्लिनरी दृष्टिकोण प्रदान किया जाता है।
भारत के 8 राज्यों में इसे लॉन्च किया गया है। इस अभियान के तहत रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स के लिए लांच किए गए ये सेन्टर दंपत्तियों के लिए गर्भधारण पूर्व जेनेटिक टेस्टिंग, भ्रूण की प्री-इम्प्लांटेशन जेनेटिक स्क्रीनिंग, फीटल मेडिसिन और एंटी-नेटल जेनेटिक स्क्रीनिंग की सुविधा प्रदान करेंगे।
ये सेन्टर कई विफल आईवीएफ साइकल्स और/या गर्भपात, आनुवांशिक बीमारियों और/या जीन असामान्यताओं वाले दंपत्तियों को संतान सुख प्रदान करने मे मदद करेंगे।
ग़ाज़ियाबाद 30th जनवरी 2023: उत्तर भारत का प्रीमियर IVF & फर्टिलिटी ट्रीटमेंट प्रोवाइडर सीड्स ऑफ इनोसेंस ने 'बिग IVF- सीड सही तो बर्थ डिफेक्ट नही' नाम के रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स सेन्टर का उद्घाटन किया। यह भारत के 8 राज्यों में 15 आईवीएफ और फर्टिलिटी सेंटरों में शुरू किया गया व्यापक फर्टिलिटी प्रोग्राम है।इसका सबसे बड़ा सेंटर ग़ाज़ियाबाद में है.
इनोवेटिव रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स, भ्रूण चिकित्सा और जेनेटिक स्क्रीनिंग सर्विस के माध्यम से हाई एंड टेक्नोलॉजी-आधारित बांझपन का इलाज़ करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम कई असफल आईवीएफ साइकल, गर्भपात, आनुवंशिक बीमारियों या आनुवंशिक असामान्यता से पीड़ित दंपत्तियों को माता-पिता बनने में उनकी मदद करता है।
'बिग IVF- सीड सही तो बर्थ डिफेक्ट नही' प्रोग्राम अनुभवी IVF स्पेशलिस्ट डॉ गौरी अग्रवाल द्वारा शुरू किया गया है। डॉ गौरी अग्रवाल नए रिसर्च को अमल में लाने और नई-नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने में सबसे आगे रही हैं। वह सीड्स ऑफ इनोसेंस की फाउंडर भी हैं। देश भर के मरीजों का बांझपान का इलाज़ करते हुए डॉ गौरी अग्रवाल ने जाना कि लोगों को यह पता नही है कि उनमें बार बार गर्भपात क्यों होता है और उनका IVF साइकल क्यों असफल हो जाता है। इसी के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए उन्होने 'बिग IVF- सीड सही तो बर्थ डिफेक्ट नही' प्रोग्राम शुरू किया। यह रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स से सम्बंधित सभी पहलुओं जागरूकता फैलाएगा। इसके अलावा यह IVF इलाज में एक क्रांतिकारी बदलाव साबित होगा।
इस सम्बंध मे अपने अनुभवों को साझा करते हुए सीड्स ऑफ इनोसेंस की फाउंडर और डॉयरेक्टर डॉ गौरी अग्रवाल ने अपनी राय रखते हुए कहा, "सीड्स ऑफ इनोसेंस में रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स को हमारे एआरटी प्रोटोकॉल का एक अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए वास्तव में मुझे जिस चीज ने प्रेरित किया, वह था जब मै झारखंड के एक दंपत्ति से मिली। उनकी शादी को 11 साल हो चुके थे। इतने सालों बाद जब उन्हे बच्चा नहीं हुआ तो उन्होने IVF का विकल्प चुना और दूसरे ही प्रयास में सफलतापूर्वक गर्भधारण हो गया। हालांकि उनके लिए बुरी ख़बर तब आई जब प्रसवपूर्व स्कैन के दौरान पता चला कि वह भ्रूण डाउन सिंड्रोम से पीड़ित है। विज्ञान हमारे साथ है तो किसी के साथ हम ऐसा नहीं होने देंगे। यही हमारा लक्ष्य और प्रतिज्ञा है।"
यह प्रोग्राम 8 भारतीय राज्यों में सभी 15 आईवीएफ और फर्टिलिटी सेंटरों में शुरू किया गया है। ये सभी सेन्टर सीड्स ऑफ इनोसेंस के हैं। इन सेन्टर में जेनेटिक काउंसलिंग, दंपत्ति के लिए प्री-कॉन्सेप्शन जेनेटिक टेस्टिंग, प्री-इम्प्लांटेशन जेनेटिक स्क्रीनिंग ऑफ एम्ब्रियो, फीटल मेडिसिन और एंटी-इनोसेंस सुविधा शामिल हैं। जेनेटिक स्क्रीनिंग सभी मरीजों का होता है ताकि IVF इलाज बेहतर तरीक़े से हो सके। रिप्रोडक्टिव जेनेटिक्स के लिए नए लॉन्च किए गए सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस से विभिन्न वर्गों को लाभ होगा। इससे जो महिला बांझपन से पीड़ित हैं, जिन्हे आनुवंशिक बीमारियां हैं और जिन महिलाओं की उम्र ज्यादा हो गई है, आदि को संतान सुख प्राप्त करने का मौका मिलेगा।
डॉ गौरी ने आगे कहा, "रिप्रोडक्टिव स्पेशलिस्ट, जेनेटिसिस्ट और भ्रूण चिकित्सा एक्सपर्ट्स वाली हमारी टीम की विशेषज्ञता के तहत उपलब्ध सबसे एडवांस इन-हाउस जेनेटिक टेस्टिंग लैब, अत्याधुनिक सुविधाएं और अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने से निसंतानता से पीड़ित दंपत्तियों को एक स्वस्थ बच्चे का माता-पिता बनने का मौका मिलता है।"
गौरतलब है कि सीड्स ऑफ इनोसेंस 2017 में इन-हाउस जेनेटिक टेस्टिंग लैब स्थापित करने वाला देश का पहला आईवीएफ सेन्टर भी था। एक स्वस्थ गर्भावस्था और आनुवंशिक रूप से स्वस्थ बच्चे का आश्वासन देने के लिए आईवीएफ में 78% तक की सफलता दर हासिल करने के लिए जेनेटिक स्क्रीनिंग (पीजीएस/पीजीडी) का उपयोग किया जाता है। डॉ गौरी अग्रवाल को हाल ही में 2022 इकोनॉमिक टाइम्स हॉल ऑफ फेम आईवीएफ स्पेशलिस्ट से सम्मानित किया था, और सीड्स ऑफ इनोसेंस को आईवीएफ चेन ऑफ द ईयर (उत्तर भारत) 2022 पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
सीड्स ऑफ इनोसेंस या BIGIVF, व्यापक आईवीएफ कार्यक्रम के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट पर जाएं या कंसल्टेशन के लिए हमसे संपर्क करें।
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